दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार, यहाँ पे भी जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार।। सुख में कभी ना तेरी याद है आई, दुःख में सांवरिया तुमसे प्रीत लगाई, सारा दोष है मेरा में करता हूँ स्वीकार, यहाँ पे भी जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार।। मेरा तो क्या है में तो पहले से हारा, तुमसे ही पूछेगा ये संसार सारा, डूब गई क्यों नैया तेरे रहते खेवनहार, यहाँ पे भी जो हारा, कहाँ जाऊंगा … [Read more...] about दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार: राजू मेहरा